
वायरस के संक्रमन से फैलने वाले रोग को वायरल बुखार (Viral Fever) कहते है| वायरल बुखार (Viral Fever) के वायरस रोगी के शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित कर देते है| ये सर्दी, शीतल पेय और दूषित खाना खाने से ज्यादा सक्रिय होते है| रोगी को घर पर भी हम इलाज दे सकते है जो कारगर और उपयोगी हो सकता है आयुर्वेद और घरेलू नुश्को द्वारा परन्तु यदि रोगी का बुखार (Viral Fever) 102 F से जायदा हो तो चिकित्सक की सलाह जरूरी है| तो आइए जानते है आयुर्वेदिक और घरेलू इलाज| यदि आप वायरल बुखार की जानकारी चाहते है, तो यहां पढ़ें- कारण, लक्षण और इलाज
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वायरल बुखार का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic Treatment of Viral Fever)
1. वायरल बुखार रोगी के शरीर को ठंडा और थकान से भर देता है| तो इसमें जितना सम्भव हो सके उतना आराम करे| बहुत ही हल्का भोजन प्रयोग में लाए जैसे सूप, खिचड़ी, जौ की रोटी और चावल| क्यों के ये रोग आप की पाचनशक्ति को कमजोर कर देता है| यदि रोगी भारी पदार्थ खाने में प्रयोग करेगा तो बीमारी और बढ़ जायगी और शीतल पैय और खाने का तो बिलकुल प्रयोग नही करना है|
2. इस रोग में खांसी से छुटकारे के लिए 3 लौंग अपने मुहं में ले और जब तक चुसे जब तक की वो अलग-अलग ना हो जाए| यह प्रयोग जितना अवश्यक हो करते रहिए| इसे रोगी को खांसी से छुटकारा मिलेगा|
3. यदि रोगी के गले में खराश और ग्रन्थियों में सुजन है तो हल्दी, नमक और काली मिर्च के चूर्ण से काढ़ा बनाए और रोगी को उसके कुल्ले कराए| विधि: 1/2 चम्मच हल्दी, 1/4 नमक और चुटकीभर काली मिर्च का पानी में काढ़ा बना ले दिन में तीन या उसे अधिक बार आवश्यकता अनुसार कुल्ला करे|
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4. मतली (जी मितलाना) और उलटी के लिए अदरक के जूस या काढ़े का प्रयोग के अदरक संक्रमन से लड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण ओषधि है| विधि: अदरक को पाउडर धो ले फिर उसको छोटे छोटे टुकडों में काट ले अदरक इतना ही ले की उसका आधा गिलास जूस का निकल सके अगर आप को काढ़ा बनाना है तो 4 गिलास पानी ले और उसमे अदरक को डाल दे पानी को तब तक उबाले जब तक उसका आधा गिलास पानी हो जाए| उस काढ़े या जूस का एक चम्मच एक गुनगुने पानी के गिलास में डाले और उसको हर 3 से 5 घंटे में पीते रहिए|
5. वायरल रोगी को दिन में 2 से 3 बार तुलसी, अदरक और हल्दी की चाय पीनी चाहिए जो की एक रामबाण इलाज है|
6. रोगी को नहलाने के लिए किसी भी सोडे के साथ अदरक पाउडर का इस्तेमाल के दोनों का अलग अलग 1/3 भाग गिलास का होना चाहिए| उसको 10 से 15 मिनट घोले फिर रोगी को नहलाए|
7. यदि कोई रोगी एंटीबायोटिक का आदि है तो वह आयुर्वेद का महासुदरन एंटीबायोटिक ले सकता है जो संक्रमन वैक्टीरिया को खत्म करता है| इसको दिन में 3 बार 1/2 चम्मच गर्म पानी के साथ ले|
वायरल बुखार के घरेलू नुस्खे (Home Remedies for Viral Fever)
1. एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच मैथी बीज का भिगोए और सुबह में इसे रोगी को पिलाएं रोग मुक्ति के लिए इसको नियमित अन्तराल पर पीते रहें|
2. 1 KG चावल में आवश्यकतानुसार पानी डाल कर चावल के आधा पकने पर पानी को अलग कर के गरमगरम पिए राहत मिलेगी|
3. एक गिलास पानी मे एक बड़ा चम्मच धनियाँ डाले और इसको उबाल ले फिर इसमें आवश्यकता अनुसार दूध व चीनी डाल ले और इसकी चाय बनाकर पिए ये रोगी के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है|
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4. नीबू और शहद का मिश्रण भी वायरल रोगी के लिए लाभकारी होता है|
नोट- अगर इन महत्वपूर्ण उपचारों से रोगी को राहत न मिले तो तुरंत चिकित्सक से सलाह ले|
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ruchi singh says
आपका पोस्ट पढ़ने में बहुत दिलचस्प है। यह बहुत जानकारी पूर्ण और सहायक है। आमतौर पर, मैं कभी भी ब्लॉग पर टिप्पणी नहीं करता हूं लेकिन आपका लेख इतना आश्वस्त करता है कि मैं खुद को इसके बारे में कहने के लिए नहीं रोक पाया । आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, इसे बनाए रखें।
Bhupender says
Hello ruchi singh,
आपका धन्यवाद हम कोशिश करेंगे जी