घनश्याम दास बिड़ला (जीडी बिड़ला) एक अग्रणी भारतीय बिजनेस टाइकून थे जिन्होंने बिलियन डॉलर एम्पायर “बिरला ब्रदर्स लिमिटेड” की नींव का नेतृत्व किया| बिड़ला समूह एक समूह है और रसायन, सीमेंट, कपड़ा, चाय, स्टील, रेयान और कई अन्य चीजों का अग्रणी उत्पादक है| श्री बिड़ला ने कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों की भी स्थापना की, जिनमें बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (बिट्स) भी एक है| वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संस्थापक थे|
श्री जीडी बिड़ला को 1957 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था| यह लेख श्री बिड़ला की स्मृति में लिखा गया है, और “जीवन के बारे में सर्वश्रेष्ठ उद्धरण, प्रेरक जीडी बिड़ला” पर प्रकाश डालता है| श्री बिड़ला सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में भी बहुत सक्रिय हैं और महात्मा गांधी के बहुत करीब हैं। वह अपना बहुत सारा समय और ऊर्जा गांधीजी के खादी आंदोलन को समर्पित करते थे|
जीडी बिड़ला एक सच्चे देशभक्त और राष्ट्रवादी बिजनेस टाइकून थे| वह अपने काम में बहुत दृढ़ निश्चयी और सक्षम थे। इस वजह से उन्होंने 20 साल से भी कम समय में पूरा विशाल साम्राज्य खड़ा कर लिया| आत्म-संदेह की स्थिति में आपको प्रेरित करने के लिए हम आपके लिए प्रसिद्ध उद्यमी के कुछ बेहतरीन उद्धरण लेकर आए हैं|
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जीडी बिड़ला के उद्धरण
1. “दुनिया का सारा खजाना बेकार है, जब तक कि इसे साझा करने के लिए आपके पास कोई न हो|”
2. “मैं कभी तुम्हारा नहीं हुआ, मैं कभी तुम्हारा नहीं था, हम कभी हम नहीं थे| आपने एक उत्कृष्ट मित्रता को उससे कुछ अधिक समझ लिया, और मुझे खेद है|”
3. “सिर्फ इसलिए कि आप अपने बारे में अनिश्चित हैं, किसी की भावनाओं से न खेलें|”
4. “मैंने जो भी सही और हर गलत काम किया है, गलत काम करने में सबसे ज्यादा मजा आता है|”
5. “हमारी करुणा की कमी चीजों की प्रकृति को गहराई से देखने में हमारी असमर्थता से उत्पन्न होती है|” -जीडी बिड़ला
6. “कभी-कभी आपको इस तथ्य को स्वीकार करना पड़ता है, कि कुछ चीजें कभी भी वैसी नहीं होंगी जैसी वे हुआ करती थीं|”
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7. “जब झूठ बोला जाता है, तो लोग आपको माफ कर देते हैं और जब सच बोला जाता है तो आपसे नफरत करते हैं|”
8. “जो अब आपके जीवन में नहीं है, उसे अपना जीवन चलाने न दें|”
9. “एक समूह होने के नाते, हमारे प्रत्येक व्यवसाय की एक अलग चुनौती है, प्रत्येक व्यवसाय के लिए व्यावसायिक परिदृश्य विविध है| यह इसे चुनौतीपूर्ण और साथ ही रोमांचक भी बनाता है|”
10. “पहले नौकरियाँ पैदा करें, और फिर लोगों को कौशल प्रदान करें|” -जीडी बिड़ला
11. “हमेशा नई सीमाओं की तलाश करना अच्छा विचार नहीं है, खासकर जब आपके पिछवाड़े में आपके मौजूदा व्यवसायों में अवसर हों|”
12. “मुझे नहीं पता कि मैं तुम्हारे प्रति इतना सुरक्षात्मक और ईर्ष्यालु क्यों हो जाता हूं जबकि तुम तो मेरे हो ही नहीं|”
13. “मुझे अभी तक किसी कड़वे किशोर से मिलना बाकी है| मुझे लगता है कि कड़वाहट, ईर्ष्या और उदासी, किसी व्यक्ति के सबसे अनाकर्षक गुण हैं, और दुर्भाग्य से वे उम्र के साथ आते हैं|” -जीडी बिड़ला
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