सोवा (सुवा) को मसाला फसल के रूप में जाना जाता है| इसकी खेती समूचे मध्य भारत में की जाती है| सोवा (सुवा) में एक विशेष सुगंध पाई जाती है| इसकी हरी सुगंधित पत्तियों का उपयोग चटनी, आलू, बैंगन, पालक व दूसरी सब्जियों के साथ में किया जाता है| सोवा के बीज से दाल, सब्जी, व [Read More] …
मूली की उन्नत किस्में | मूली की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
मूली की फसल लेने के लिए ऐसी उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए, जो देखने में सुंदर व खाने में स्वादिष्ट हो, साथ ही अपने क्षेत्र की प्रचलित और अधिक पैदावार देने वाली होनी चाहिए| मूली की खेती मैदानी इलाकों में सितंबर से जनवरी तक और पहाड़ी इलाकों में मार्च से अगस्त तक आसानी से [Read More] …
धनिया की जैविक खेती: किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, देखभाल, उपज
धनिया की जैविक खेती का अपना विशेष महत्व है, क्योंकि मसाले के रूप में धनिया का उपयोग प्राचीन काल से हो रहा है| धनिया के बीज एवं पत्ते में विटामिन ‘ए’ प्रचुर मात्रा में पाया जाता है| सूखे बीजों में 11.2 प्रतिशत नमी, 14.1 प्रतिशत प्रोटीन, 16.1 प्रतिशत वसा, 21.6 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 32.6 प्रतिशत रेशा [Read More] …
धनिया फसल के रोग एवं कीट और उनकी रोकथाम कैसे करें
हरी पत्ती और बीजिये मसालों में धनिया फसल का प्रमुख स्थान है| धनिया की फसल दानों एवं पत्तियों दोनों के लिए उगाई जाती है| धनिया भोजन को सुगन्धित व स्वादिष्ट बनाता है और औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है| धनिया की फसल को कीट एवं रोग हानी पहुचाकर उत्पादन को बहुत प्रभावित [Read More] …
धनिया की उन्नत किस्में | धनिया की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
धनिया की फसल से अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने के लिए उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिये| इसके साथ-साथ अपने क्षेत्र की प्रचलित और अधिक उपज देने वाली तथा विकार रोधी गुणों वाली किस्म होनी चाहिए| इन सब के लिए कृषकों को धनिया की किस्मों के प्रति जागरूक होना चाहिए| जिससे इसकी फसल से भरपूर पैदावार [Read More] …
अदरक की जैविक खेती: किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, देखभाल, उपज
अदरक हमारे देश की एक महत्वपूर्ण मसाला फसल है| अदरक की जैविक खेती द्वारा उत्पादक कम खर्च में अधिक लाभ प्राप्त कर सकते है| अदरक की जैविक खेती पर्यावरण और मानव जीवन के लिए तो सुरक्षित है, ही साथ में कंद भी उच्च गुणवता के प्राप्त होते है| जिनका मूल्य भी अधिक मिलता है और [Read More] …
अदरक फसल के कीट एवं रोग और उनका जैविक प्रबंधन कैसे करें
हमारे देश में अदरक की फसल एक महत्वपूर्ण मसला फसल है| अदरक के विशिष्ट गुणों की वजह से मसाला परिवार में इसका महत्वपूर्ण स्थान है| लेकिन इस फसल को अनेक कीट एवं रोग और सूत्रकृमि प्रभावित करते है| जिससे इसके उत्पादन पर काफी विपरीत प्रभाव पड़ता है| इसलिए इन कीट एवं रोग की रोकथाम आवश्यक [Read More] …
अदरक की उन्नत किस्में | अदरक की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
भारत के विभिन्न अदरक उगाये जाने वाले क्षेत्रों में अदरक की कई उन्नत किस्में उगाई जाती है तथा प्रायः उनका नाम उगाये गये क्षेत्र पर रखा जाता है, जैसे- मारन, कुरुप्पम्पदी, एरनाद, वायनाड, हिमाचल और नाडिया कुछ प्रमुख स्वदेशी उन्नत प्रजातियाँ हैं| विदेशी किस्मे ‘रिओ-डी जनेरिओ’ भी काफी प्रसिद्ध है| अदरक की कुछ उन्नत किस्में [Read More] …
अदरक के प्रमुख रोगों और कीटों का समेकित नाशीजीव प्रबंधन कैसे करें
अदरक के प्रमुख कीट एवं रोगों का नियंत्रण आवश्यक है| क्योंकि अदरक एक अत्यन्त गुणकारी नकदी फसल है| जिसका उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है, साथ ही इसका उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है| भारत सम्प्पूर्ण विश्व का लगभग 50 प्रतिशत अदरक उत्पादित करता है, जिसकी सम्पूर्ण विश्व में बड़ी [Read More] …
लहसुन की जैविक खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, देखभाल और उत्पादन
लहसुन की जैविक विधि से खेती किसानों के लिए वरदान हो सकती है| क्योंकि कंदीय फसलों में आलू और प्याज के बाद लहसुन एक महत्वपूर्ण फसल हैं| यह नगदी फसल के रूप में हमारे देश में रबी मौसम में उगायी जाती है| यदि कृषक लहसुन की जैविक खेती करें तो एक तो उनकी उत्पादन लागत [Read More] …