कृषक बन्धु लहसुन का बीज उत्पादन स्वय कर सकते है और उसको व्यवसाय का रूप भी दे सकते है| क्यों की लहसुन एक नकदी फसल है| सौभाग्यवश लहसुन की बीज फसल की खेती भी सामान्य फसल के समान ही हैं| इसलिए कृषकों के लिए बीज उत्पादन की तकनीकी की जानकारी काफी उपयोगी सिद्ध हो सकती [Read More] …
लहसुन की उन्नत किस्में | लहसुन की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
लहसुन की खेती हमारे देश के सभी क्षेत्रों में सफलतापूर्वक की जाती है| इससे अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए लहसुन की उन्नत किस्मों को उगाना चाहिए| इसके लिए किसानों को अपने क्षेत्र की प्रचलित और अधिक पैदावार देने वाली के साथ-साथ विकार रोधी प्रजाति का चयन करना चाहिए| ताकि उत्पादन खर्च में कमी हो [Read More] …
खीरे की जैविक खेती: किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
आज के आधुनिक युग में उन्नतशील किसान बन्धु सब्जियों की जैविक खेती से कम उत्पादन लागत में अधिक लाभ प्राप्त कर रहे है| खीरे की जैविक खेती भी इन में से एक है| जो की किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है| खीरा कुकुरबिटेसी कुल का महत्वपूर्ण पौधा है| इसे जायद तथा खरीफ [Read More] …
पॉली हाउस में खीरे की खेती: किस्में, बुवाई, देखभाल और उत्पादन
ग्रीन हाउस या पॉली हाउस में खीरे की खेती आसानी से की जा सकती है| इसका उपयोग सलाद, रायता और अचार के लिये में किया जाता है| खीरे का फल ठंडा होने के कारण इसका उपयोग पीलिया, कब्ज आदि बीमारियों में किया जाता है| इसके बीज का प्रयोग आयुर्वेदिक दवाओं एवं बीजों से प्राप्त तेल [Read More] …
खीरा फसल के प्रमुख कीट एवं रोग और उनकी रोकथाम कैसे करें
खीरा फसल में हानिकारक कीटों और रोगों का नियंत्रण आधिक उत्पादन लेने के लिए आवश्यक है| वैसे तो खीरा फसल को बहुत से कीट, रोग और माइट्स नुकसान पहुचाते है| लेकिन खीरा फसल के कुछ प्रमुख कीट कद्दू का लाल कीट, सफेद मक्खी, खीरे का फतंगा और लाल मकड़ी आदि मुख्य रूप से अधिक आर्थिक [Read More] …
खीरा की फसल में पोषक तत्वों की कमी और उनका उपचार कैसे करें
खीरा की फसल में पोषक तत्वों एवं खाद की जरूरत की जानकारी खीरे की अच्छी गुणवत्ता और लाभकारी फसल लेने के लिए जरूरी है| कोई भी फसल लगाने से पहले मिट्टी की उत्पादकता जाँच लेनी चाहिए| इस तरह से खाद की बचत भी हो सकेगी एवं फसल की गुणवत्ता एवं उत्पादन भी बढ़ेगा| पोषक तत्वों [Read More] …
खीरे की उन्नत व हाइब्रिड किस्में: जाने विशेषताएं और पैदावार
खीरे की फसल से अधिकतम उपज प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने क्षेत्र की प्रचलित और अधिकतम उपज वाली किस्मों का चयन करना जरूरी है| क्योंकि खीरे को ज्यादातर व्यवसायिक खेती के तौर पर उगाया जाता है| हमारे देश में खीरे की खेती जायद और खरीफ दोनों ऋतुओं में की जाती है| जबकि ग्रीन [Read More] …
मटर की जैविक खेती: किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
मटर की जैविक खेती उत्पादन की एक पद्धति है, जिसमें फसलों के उत्पादन हेतु प्राकृतिक संसाधनों यानी की गोबर की सड़ी खाद, जैव उर्वरक का प्रयोग मटर आदि फसलों के पादप पोषण एवं रसायन रहित कीट, रोग या खरपतवार नियंत्रण के लिए किया जाता है, अर्थात् जैविक खेती में रासायनिक खादों, कीट रोग एवं वृद्धिकारक [Read More] …
मटर के प्रमुख रोग एवं कीट और उनकी जैविक रोकथाम कैसे करें
मटर रबी फसलों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है| मटर की फसल के प्रमुख रोग एवं कीट की रोकथाम आवश्यक है| जिससे की उत्पादकों को इसकी फसल से इच्छित उपज प्राप्त हो सके मटर के रोगों में पाउडरी मिल्ड्यू, एसकोकाईटा ब्लाईट, फ्यूजेरियम विल्ट, सफेद विगलन, डाउनी मिल्ड्यू, रस्ट, जीवाणु अंगमारी, मौजेक और अगेता भूरापन आदि [Read More] …
मटर का बीज उत्पादन कैसे करें? | मटर का बीज कैसे तैयार कैसे करें?
दाल वाली सब्जियों में मटर एक प्रमुख फसल है| दलहनी फसल होने के कारण यह भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाती है| इसकी हरी फलियों का प्रयोग सब्जियों के लिए तथा हरे बीजों को परिरक्षण द्वारा डिब्बा बंदी (कैनिंग) करके बेमौसम में खाने के लिए प्रयोग किया जाता है| यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन तथा खनिज [Read More] …