वर्तमान में अधिक भारत दुग्ध उत्पादन में विश्व में लगभग पिछले एक दशक से प्रथम स्थान पर बना हुआ है| भारत में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध की उपलब्धता मात्र 256 ग्राम है, जो अभी भी न्यूनतम आवश्यकता से कम है| दूध अपने आप में पूर्ण आहार है, हमारे देश में दूध का विशेष महत्व हैं| [Read More] …
धान के भण्डारण के लिए कुछ आवश्यक सुझाव: अपनाएं ये उपाय
भरपूर उपज प्राप्त करने के लिए किसान जी तोड़ मेहनत करता है| परंतु धान और अनाज के दुश्मन कीट आदि उसे उसकी मेहनत का लाभ नहीं लेने देते| इससे किसान का नुकसान तो होता ही हैं, यह नुकसान सिर्फ किसान का ही नहीं बल्कि सारे राष्ट्र का है तथा उसका मुख्य कारण हैं, धान की [Read More] …
नैनो प्रौद्योगिकी का कृषि में महत्व: जाने उपयोग की जानकारी
नैनो प्रौद्योगिकी विज्ञान और प्रौद्योगिकी की एक नई दिशा है, जिसकी आधुनिक कृषि के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है| इसके माध्यम से उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है, परन्तु कृषि में इसका उपयोग अभी सीमित ही है| किसानों के लिए यदि यह प्रौद्योगिकी लाभप्रद हो सके तो यह कृषि की दशा [Read More] …
प्रतिबंधित रसायनों का उपयोग न करें: जाने उपयोगी सुझाव
प्रतिबंधित रसायनों (Banned chemicals) का उपयोग, कृषक बन्धुओं को फसलों में कीड़ों एवं बीमारियों की रोकथाम का तुरन्त परिणाम प्राप्त करने के लिए रासायनिक दवाओं का उपयोग करते हैं| रासायनिक दवाओं को उपयोग या इस्तेमाल करने के पहले किसानों को सरकार द्वारा प्रतिबंधित रासायनिक दवाओं की जानकारी होना अत्यन्त आवश्यक हैं| सरकार द्वारा ‘प्रतिबंधित’ रासायनिक [Read More] …
मृदा स्वास्थ्य कार्ड: जाने महत्व, आवश्यकता, लाभ और अन्य प्रक्रिया
मृदा स्वास्थ्य कार्ड (Soil health card), हमारा भारत एक कृषि प्रधान देश है, जिसकी लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से खेती पर निर्भर है और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मुख्य भूमिका है| पीछे के अनुसार देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 14 से 15 प्रतिशत कृषि एवं [Read More] …
धान की पराली जलाने से होने वाले नुकसान और वैकल्पिक उपयोग
पराली दहन (Stubble combustion), जानकारी और अधिकृत रिपोर्ट के अनुसार देश भर में हर वर्ष 50 करोड़ टन से अधिक धान की पराली निकलती है, जिसमें से 36 करोड़ टन धान की पराली का उपयोग पशु चारे के रूप में और शेष 14 करोड़ टन पराली खेत में जला दी जाती है| आपकी जानकारी के [Read More] …
गोमूत्र का कृषि में महत्व: जाने कीटनाशक, लाभ, उपयोग और विधि
गोमूत्र व गोबर एक सस्ता और श्रेष्ठ उर्वरक के रूप में सर्वश्रेष्ठ खाद है| यह भूमि का प्राकृतिक आहार है, भूमि की उर्वरा शक्ति को प्राकृतिक स्थिति में बनाए रखती है| प्रदूषण रहित एवं सस्ती है, इसके लिए किसान को परावलंबी नहीं रहना पड़ता| गोबर व गोमूत्र की खाद से उत्पादित खाद्य पदार्थ स्वादिष्ट एवं [Read More] …
नीम का कृषि में महत्व: उर्वरक, कीटनाशक और रोगनाशी में उपयोग
भारत देश की मिट्टी में पैदा होने वाला लोक मंगलकारी तथा सर्व व्याधि निवारक बहुउपयोगी वृक्ष नीम भारत की ग्रामीण सभ्यता और संस्कति की पहचान बन चुका है| नीम ग्रामीण समाज में इस कदर रच बस गया है, कि इसके बगैर हमारे नित्य प्रतिदिन के कार्य कल्पना के बाहर हैं| इस लेख में नीम का कृषि में [Read More] …
मिट्टी परीक्षण क्यों और कैसे करें: जाने आवश्यकता, महत्व और विधि
हम एक कृषि प्रधान देश है और आज भी लगभग 70 प्रतिशत आबादी जीवन निर्वहन के लिए खेती पर निर्भर है| फसल उत्पादन में मिट्टी अत्यन्त आवश्यक घटक है, जो पौधों को पोषण प्रदान करती है| इसलिये आवश्यक है, कि मिट्टी का स्वास्थ्य अच्छा हो और पौधों को आवश्यक तत्व उपलब्ध हो व जीवाणु वृद्धि [Read More] …
सुरक्षित अन्न भण्डारण कैसे करें: जाने सुझाव, उपाय और प्रबंधन
सुरक्षित अन्न भण्डारण, अन्न उत्पादन में भारत एक अग्रणी देश है। हरित क्रांति के पश्चात् आई उत्पादन वृद्धि की बाढ़ ने हमें न केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम बनाया अपितु निर्यात के क्षेत्र में भी हमें अद्वितीय पहचान दिलाई है| इतना प्रगतिशील होने के पश्चात् भी हमारे देश में अधिकांश अन्न का [Read More] …