लौकी (घीया) बेल पर लगने वाला फल है, यह एक कद्दूवर्गीय फसल है| लौकी (घीया) की खेती लगभग पुरे भारत में की जाती है| इसको सब्जी और अनेक प्रकार व्यंजन बनाने के उपयोग में लाया जाता है| अत: यह बहुत ही महत्वपूर्ण फसल है| लौकी की उपयोगिता को समझते हुए, किसानों को चाहिए की वो [अधिक पढ़ें] …
जैविक खेती
गोभी वर्गीय सब्जी की फसलों में समेकित नाशीजीव प्रबंधन कैसे करें
गोभी वर्गीय सब्जी की फसलों का सब्जियों की फसलों में मुख्य स्थान प्राप्त है| गोभी वर्गीय सब्जी की फसलें भारत में पश्चिम बंगाल उडीसा, असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में मुख्य रुप से उगाई जाती हैं| आजकल गोभी वर्गीय सब्जी की फसलों की खेती सर्दियों के मौसम में ही नहीं अपितु गर्मी तथा [अधिक पढ़ें] …
टमाटर की जैविक खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, देखभाल और उत्पादन
टमाटर की जैविक खेती आज के समय की आवश्यकता है, क्योंकि टमाटर खपत और उत्पादन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण सब्जी की फसल है| जिसका सीधा सम्बन्ध मानव स्वाथ्य से है| इसकी खेती लगभग पुरे देश में गृहवाटिका तथा व्यावसायिक स्तर पर की जाती है| इसकी मांग साल भर बनी रहती है| सलाद व सब्जी [अधिक पढ़ें] …
टमाटर फसल में जैविक विधि से कीट और रोग नियंत्रण कैसे करें
टमाटर की जैविक फसल को बहुत से हानिकारक कीट एवं रोग प्रभावित करते है| जिससे टमाटर फसल में उपज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है| प्रमुख कीट- कटवा कीड़ा, फल छेदक, फल मक्खी, माईट, सफेद मक्खी, सुरंगी कीड़ा, जड़ गांठ, सूत्रकृमि आदि है, वही प्रमुख रोग-,कमर तोड़ रोग, फल सड़न रोग, पछेती झुलसा रोग, पत्तों का [अधिक पढ़ें] …
टमाटर की फसल में समेकित नाशीजीव प्रबंधन कैसे करें
हमारे देश में उगाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की सब्जियों में टमाटर की फसल का प्रमुख स्थान है| यह लोगों के भोजन का प्रमुख अंग होने के अतिरिक्त, किसानों की आय बढ़ाने में भी मुख्य भूमिका निभाती है| टमाटर की खेती के अन्तर्गत आने वाला क्षेत्रफल 0.86 मिलियन हैक्टेयर है, लेकिन उत्पादकता स्तर काफी कम [अधिक पढ़ें] …
सब्जियों की कार्बनिक खेती: घटक, कीटनाशी, जैविक खाद और लाभ
सब्जियों की कार्बनिक खेती फसल उत्पादन की वह पद्धति है, जिसमें रासायनिक उत्पादों जैसे रासायनिक उर्वरक, कीटनाशी, फफूंदनाशी, खरपतवारनाशी, वृद्धि नियामक आदि के प्रयोग को हतोत्साहित करते हैं तथा कार्बनिक पदार्थों जैसे- कार्बनिक खादें, जैव उर्वरक, हरी खाद, फार्म के उत्पाद, जैविक कीटनाशी और फफूंदनाशी व फसल चक्र आदि के प्रयोग पर ही निर्भर रहते [अधिक पढ़ें] …