फ्रेंच बीन की फसल दलहनी और फलियों वाली सब्जियों में अपना प्रमुख स्थान रखती है| फ्रेंच बीन की फसल से अधिकतम उपज प्राप्त करने के लिए इस फसल की अन्य कृषि क्रियाओं के साथ-साथ कीट एवं रोगों की रोकथाम भी आवश्यक है| इस फसल को हानी पहुँचाने वाले अनेक कीट और रोग है, लेकिन फ्रेंच [Read More] …
Vegetable Farming
फ्रेंचबीन की किस्में | फ्रेंचबीन की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
पहाड़ी क्षत्रों में गर्मी और मैदानी क्षेत्रों में सर्दी की सब्जी और दलहनी फसलों में फ्रेंचबीन (फ्रांसबीन) का प्रमुख स्थान है| फ्रेंचबीन की खेती से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए उसकी उन्नत किस्मों का प्रयोग करना चाहिए| इसके साथ-साथ अपने क्षेत्र की प्रचलित और अधिकतम पैदावार देने वाली तथा विकार रोधी किस्म का चयन [Read More] …
कुंदरू की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, पोषक तत्व, देखभाल, उपज
कुंदरू एक लतावाली बहुवर्षीय सब्जी की फसल है, जो कि किसी सहारे के साथ तेजी से बढ़ती है| यह अधिकतर गृह वाटिका में भारत के सभी हिस्सों में उगायी जाती है| कम ठंड पड़ने वाले स्थानों पर यह लगभग सालभर फल देती है| परन्तु जिन स्थानों पर ज्यादा ठंडक पड़ती है, वहां पर यह फसल [Read More] …
चप्पन कद्दू की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, देखभाल और उत्पादन
ग्रीष्म व जायद ऋतू में उगाई जाने वाली कद्दू वर्गीय सब्जियों में चप्पन कद्दू बहुत ही महत्वपूर्ण है| जबकि पॉली हाउस या ग्रीन हाउस में इसकी खेती वर्ष भर की जाती है| यह कुकुरबिटेसी कुल के अन्तर्गत आती हैं| चप्पन कद्दू की खेती उत्तर भारत के साथ-साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी बड़े पैमाने पर की [Read More] …
ककड़ी की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, पोषक तत्व, देखभाल, पैदावार
जायद ऋतू में उगाई जाने वाली कद्दू वर्गीय सब्जियों में ककड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण है| यह कुकरबिटेसी परिवार से संबंधित है एवं इसका बानस्पतिक नाम कुकमिस मेलो है| इसका मूल स्थान भारत है| यह हल्के हरे रंग की होती है, जिसका छिल्का नर्म और गुद्दा सफेद होता है| इसे मुख्य रूप से कच्ची अवस्था में [Read More] …
चिकनी तोरई की खेती: किस्में, सिंचाई, पोषक तत्व, देखभाल, पैदावार
चिकनी तोरई कद्दूवर्गीय सब्जियों में अत्यन्त ही महत्वपूर्ण स्वास्थवर्धक और पौष्टिक गुणों से भरपूर सब्जी है| इसका अंग्रेजी नाम स्पान्ज गार्ड एवं वानस्पतिक नाम लूफा सिलेन्ड्रिका या लूफा इजिप्टिका है| इसकी खेती देश के लगभग सभी राज्यों में सुगमता पूर्वक की जाती है| चिकनी तोरई के कोमल मुलायम फलों को सब्जी के लिए उपयोग में [Read More] …
मूली की उन्नत किस्में | मूली की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
मूली की फसल लेने के लिए ऐसी उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए, जो देखने में सुंदर व खाने में स्वादिष्ट हो, साथ ही अपने क्षेत्र की प्रचलित और अधिक पैदावार देने वाली होनी चाहिए| मूली की खेती मैदानी इलाकों में सितंबर से जनवरी तक और पहाड़ी इलाकों में मार्च से अगस्त तक आसानी से [Read More] …
धनिया फसल के रोग एवं कीट और उनकी रोकथाम कैसे करें
हरी पत्ती और बीजिये मसालों में धनिया फसल का प्रमुख स्थान है| धनिया की फसल दानों एवं पत्तियों दोनों के लिए उगाई जाती है| धनिया भोजन को सुगन्धित व स्वादिष्ट बनाता है और औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है| धनिया की फसल को कीट एवं रोग हानी पहुचाकर उत्पादन को बहुत प्रभावित [Read More] …
धनिया की उन्नत किस्में | धनिया की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
धनिया की फसल से अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने के लिए उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिये| इसके साथ-साथ अपने क्षेत्र की प्रचलित और अधिक उपज देने वाली तथा विकार रोधी गुणों वाली किस्म होनी चाहिए| इन सब के लिए कृषकों को धनिया की किस्मों के प्रति जागरूक होना चाहिए| जिससे इसकी फसल से भरपूर पैदावार [Read More] …
अदरक की उन्नत किस्में | अदरक की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
भारत के विभिन्न अदरक उगाये जाने वाले क्षेत्रों में अदरक की कई उन्नत किस्में उगाई जाती है तथा प्रायः उनका नाम उगाये गये क्षेत्र पर रखा जाता है, जैसे- मारन, कुरुप्पम्पदी, एरनाद, वायनाड, हिमाचल और नाडिया कुछ प्रमुख स्वदेशी उन्नत प्रजातियाँ हैं| विदेशी किस्मे ‘रिओ-डी जनेरिओ’ भी काफी प्रसिद्ध है| अदरक की कुछ उन्नत किस्में [Read More] …