सर्दी के मौसम में गोभी वर्गीय सब्जियों की खेती का प्रमुख स्थान हैं, जिनमें फूल गोभी व पत्ता गोभी मुख्य फसल के साथ गांठ गोभी, ब्रुसेल्स स्प्राउट व ब्रोकली महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं| इनमें विटामिन ए, सी और प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में होता हैं, सब्जी के अलावा इनका उपयोग सूप तथा आचार बनाने के लिए [Read More] …
Vegetable Farming
ग्रीनहाउस में टमाटर की बेमौसमी खेती कैसे करें; जाने वैज्ञानिक विधि
हमारे देश के अधिकतर ग्रामीण युवक जिनकी रुचि आज सामान्य खेती करने में नहीं है, उनको ग्रीनहाउस (पॉली हाउस) जैसी नवीनतम खेती की तरफ आकर्षित करना संभव है| आज देश के बडे शहरों और विदेशों में उच्च गुणवत्ता वाली सब्जियों की मुख्य मौसम से पहले व बेमौसमी बढती मांग को देखते हुए भी इस प्रकार [Read More] …
टमाटर बीज का उत्पादन कैसे करें? | टमाटर का बीज कैसे तैयार करें?
टमाटर की अधिक उपज प्राप्त करने के लिए स्वस्थ टमाटर बीज का अपना महत्व है| क्योंकि हमारे देश की कृषि व्यवस्था में फसल विविधता को बढ़ावा देने, भूमि उपयोग सुधारने, रोजगार के अवसर बढ़ाने तथा जन सामान्य को पोषण सुरक्षा प्रदान करने में सब्जी क्षेत्र की अपनी विशेष उपयोगिता है| खेती तथा उपयोगिता की दृष्टि [Read More] …
टमाटर में एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन कैसे करें; अच्छे उत्पादन हेतु
टमाटर में एकीकृत पोषक तत्व (खाद व उर्वरक) प्रबन्ध संतुलित मात्रा में खाद और उर्वरकों के प्रयोग करने की वह आधुनिक विधि है| जिसमें रासायनिक उर्वरकों के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कार्बनिक खाद तथा जैविक खाद का प्रयोग इस अनुपात में किया जाता है, कि पैदावार अधिक लाभप्रद और टिकाऊ हो| इसके साथ ही [Read More] …
टमाटर फसल के रोग एवं कीट और उनका नियंत्रण कैसे करें
टमाटर फसल से इच्छित उपज प्राप्त करने के लिए रोग एवं कीट नियंत्रण आवश्यक है| वैसे तो टमाटर फसल पर अनेक रोगों और कीटों का आक्रमण होता है| लेकिन आर्थिक दृष्टि से कुछ प्रमुख रोग और कीट है, जो टमाटर फसल को अधिक हानी पहुचाते है| जिससे इसके उत्पादन में भारी कमी देखने को मिलती [Read More] …
सब्जियों में सूत्रकृमि की समस्या, लक्षण और नियंत्रण के उपाय
सब्जियों में सूत्रकृमि (निमेटोड) प्रजातियां आर्थिक नुकसान करती है| सूत्रकृमि छोटे, पतले, खंडहीन और धागे जैसे द्विलैंगिक प्राणी होते हैं, जिनके पाद नहीं होते हैं| इन्हें गोल कृमि या धागा कृमि भी कहा जाता है| एक शोध के आधार पर सब्जियों में सूत्रकृमि (निमेटोड) की भयानकता होने पर मिर्च-टमाटर मे 60 से 65 बैगन मे [Read More] …
टमाटर की संकर और उन्नत किस्में: जाने विशेषताएं और पैदावार
टमाटर की अधिकतम पैदावार के लिए संकर व उन्नत किस्म का चयन करना आवश्यक है| क्योंकि टमाटर की खेती एक व्यवसाय के रूप में अपना स्थान रखती है| इसका सब्जी उत्पादन में विशेष योगदान है| इसकी खेती पूरे भारत वर्ष में की जाती है| टमाटर की दो प्रकार की किस्में पायी जाती है| एक सामान्य [Read More] …
सब्जियों की स्वस्थ पौध कैसे तैयार करें; जानिए अच्छे उत्पादन हेतु
सब्जियों की स्वस्थ पौध ही भरपूर पैदावार का आधार होती है| जब पौध एक से डेढ़ इंच की होते ही जड़ गलन (डैम्पिंग आफ) बीमारी से ग्रसित हो जाती है, तथा क्यारियों से लगभग 80 प्रतिशत पौधे नष्ट हो जाते है| कृषकों को सब्जियों की स्वस्थ पौध उगाने की वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग करना चाहिए, [Read More] …
फल एवं सब्जियों का तुड़ाई के बाद भंडारण और प्रबंधन कैसे करें
फल एवं सब्जियों के गलत ढंग से रखरखाव, परिवहन, भंडारण तथा विपणन के दौरान लगभग 25 से 30 प्रतिशत नष्ट हो जाते हैं| इसलिए यह जरूरी है, कि फसलोत्तर प्रबंधन द्वारा कटाई पश्चात होने वाले इस नुकसान को रोका जाये| लगभग 10 से 15 प्रतिशत ताजे फल एवं सब्जियां सिकुड़ जाती हैं या बासी हो [Read More] …
प्याज में रोग एवं कीट नियंत्रण कैसे करें; अधिक उत्पादन हेतु
प्याज में रोग एवं कीट नियंत्रण जरूरी है, क्योंकि भारत में विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती में प्याज का बड़ा महत्व है| जो एक नगदी कंदीय फसल के रूप में जानी जाती है| प्याज एक बहुगुणी फसल है, जिसका प्रयोग सलाद, मसाला, अचार और सब्जी बनाने में होता है| भारत में महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, [Read More] …