अपने शांत संयम और विनम्र सादगी के लिए जाने जाने वाले, महात्मा गांधी अपने शांतिपूर्ण वाक्यांशों और शक्तिशाली कार्यों के साथ दो सौ मिलियन से अधिक लोगों को एकजुट करने के लिए जाने जाते हैं| भले ही 1948 में उनकी हत्या कर दी गई थी, लेकिन लोग आज भी उन्हें शांति के प्रतीक के रूप में देखते हैं|
महात्मा गांधी ब्रिटिश उपनिवेशवादियों से भारत की स्वतंत्रता के संबंध में अपने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से प्रसिद्ध हुए| अपने अहिंसक दर्शन के लिए दुनिया भर में सम्मानित, गांधी ने कुछ शांतिपूर्ण कृत्यों का नेतृत्व किया, जो नागरिक अधिकार कार्यकर्ता आज भी मार्च और विवादास्पद जैसे भूख हड़ताल जैसे उपयोग करते हैं|
जब आपको कठिनाई के समय में चलते रहने के लिए एक या दो वाक्यांश की आवश्यकता होती है या सिर्फ एक बुद्धिमान शब्द या दो, तो ये महात्मा गांधी गांधी उद्धरण निश्चित रूप से आपके मन की शांति लाएंगे|
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महात्मा गांधी जी के अनमोल विचार
मोहनदास करमचंद गांधी भारत के स्वतंत्रता से पहले और बाद में सबसे महत्वपूर्ण नेता हैं| महात्मा गांधी के कहे अनेक अनमोल वचन हैं, जिन्हें हर भारतीयों को जानना चाहिए| जो इस प्रकार है, जैसे-
महात्मा गांधी के 10 अनमोल वचन
1. ऐसे जिएं जैसे आप को कल मरना है, और सीखें ऐसे जैसे आप हमेशा जीने वाले हो|
2. विश्वास करना एक गुण है, अविश्वास दुर्बलता की जननी है|
3. डर शरीर की बीमारी नही है, यह आत्मा को मारता है|
4. महात्मा गांधी ने कहा, आखं के बदले आखं पूरे विश्व को अँधा बना देगी|
5. जो समय बचाते है, वे धन बचाते है और बचाया धन कमाए हुए धन के समान महत्वपूर्ण होता है| -महात्मा गांधी
6. आजादी का कोई मतलब नही, यदि इसमें गलती करने की आजादी शामिल न हो|
7. पहले वह आप पर ध्यान नही देगे, फिर आप पर हंसेंगे, फिर आपसे लड़ेगे और तब आप जीत जाएगें|
8. प्रसन्ता ही एकमात्र ऐसा इत्र है, जिसे आप दूसरों पर छिड़कते है, तो कुछ बूंदे आप पर भी पड़ती है|
9. व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ो से नही उसके चरित्र से होती है|
10. आप जो भी करते है वह कम महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप कुछ करे| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 20 अनमोल वचन
11. व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है|
12. प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है और फिर भी हम जिस की कल्पना कर सकते है, उसमें सबसे नम्र हैं|
13. मेरा जीवन ही मेरा संदेश हैं|
14. पृथ्वी सभी मनुष्यों की जरूरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन लालच पूरा करने की लिए नही|
15. एक कायर प्यार का प्रदर्शन करने में असमर्थ होता है, प्रेम बहादुरों का विशेषाधिकार है| -महात्मा गांधी
16. राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है|
17. मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है| सत्य मेरा धर्म है, और अहिंसा उसे पाने का साधन है|
18. कर्म प्राथमिकताओ को व्यक्त करता है|
19. किसी चीज में यकीन करना और उसे ना जीना बेईमानी है|
20. सत्य कभी ऐसे कारण को क्षति नही पहुचता जो उचित हो| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 30 अनमोल वचन
21. आप तब तक यह नही समज पाते की आप के लिए कौन महत्वपूर्ण है, जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नही देते है|
22. जब तक प्रेम है, तब तक जीवन है|
23. स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है, स्वयं को औरों की सेवा मै डुबो देना|
24. एक राष्ट्र की संस्कृति उसमें रहने वाले लोगो के दिलों में और आत्मा में बस्ती है|
25. अपने प्रयोजन में दृढ़ विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर इतिहास के रुख को बदल सकता है| -महात्मा गांधी
26. आप मानवता से विश्वास मत खोइए| मानवता सागर की तरह है, अगर सागर की कुछ बूंदे गंदी है तो सागर गंदा नही हो जाता|
27. सत्य बिना जन समर्थन की भी खड़ा रहता है, वह आत्मनिर्भर है|
28. मै मरने के लिए तैयार हूँ| पर ऐसी कोए वजह नही है, जिसके लिए में मारने के लिए तैयार हो जाऊ|
29. एक देश की माहनता और नैतिक प्रगति को इस बात से आंका जा सकता है, की वहा जानवरों से कैसे व्यवहार किया जाता है|
30. हमेशा अपने विचारों, कर्म और शब्दों पर पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखे| हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें, सब कुछ ठीक हो जायगा| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 40 अनमोल वचन
31. विश्वास करना एक गुण है, अविश्वास दुर्बलता की जननी है|
32. मै सभी की समानता में विश्वास रखता हूँ, सिवाय पत्रकारों और फोटोग्राफरों की|
33. एक धर्म जो व्यवाहरिक मामलों में कोई दिलचस्पी नही लेता है| उन्हें हल करने में कोई मदद नही करता है, वह कोई धर्म नही है|
34. चिंता से अधिक कुछ और शरीर को इतना बर्बाद नही करता| वह जिसे ईश्वर में थोड़ा भी यकीन है, उसे किसी भी चीज की बारे में चिंता करने पर शर्मिंदा होना चाहिए|
35. थोड़ा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है| -महात्मा गांधी
36. जो भी चाहे अपनी अंतर आत्मा की आवाज सुन सकता है, वह सब के अंदर है|
37. खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया मै आप देखना चाहते है|
38. गर्व लक्ष्य को पाने के लिए किए गये प्रयत्न में निहित है, न की उसे पाने में|
39. चलिए सुबह का पहला काम ये करें की इस दिन के लिए संकल्प करे की में दुनिया में किसी से डरूंगा नही| में केवल भगवान से डरु| में किसी के प्रति बुरा भाव न रखु| में किसी अन्याय के समक्ष ना झुकू| में असत्य को सत्य से जितुं, असत्य का विरोध करते हुए, में सभी कष्टों को सह सकूं|
40. विश्वास को हमेशा तर्क से तोलना चाहिए, जब विश्वास अंधा हो जाता है तो मर जाता है| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 50 अनमोल वचन
41. अक्लमंद काम करने से पहले सोचता है, मूर्ख कम करने के बाद|
42. यदपि आप अल्पमत में हो, पर सच तो सच है|
43. आप जो आज करते है, उस पर आप का भविष्य निर्भर करता है|
44. एक कृत्य द्वारा किसी एक दिल को खुशी देना, प्रार्थना में झुके हजारों सिरों से बेहतर है|
45. कुरीति के अधीन होना कायरता है, उसका विरोध करना पुरुषार्थ है| -महात्मा गांधी
46. हंसी मन की गाठें बड़ी आसानी से खोल देती है|
47. पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम|
48. अपनी गलती को स्वीकारना झाडू लगाने के समान है, जो धरातल की सतह को चमकदार और साफ कर देती है|
49. दुनिया में ऐसे लोग है| जो इतने भूखे है, कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नही दिख सकता सिवाय रोटी के रूप में|
50. हर रात जब में सोने जाता हूँ, मै मर जाता हूँ| अगली सुबह जब में उठता हूँ, मेरा पुर्नजन्म होता है| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 60 अनमोल वचन
51. सात घनगोर पाप: काम के बिना धन, अंतरात्मा के बिना सुख, मानवता के बिना विज्ञान, चरित्र के बिना ज्ञान, सिद्धांत के बिना राजनीती, नेतिकता के बिना व्यापर, त्याग के बिना पूजा|
52. मेरी अनुमति के बिना, मुझे कोई भी ठेस नही पहुचा सकता|
53. भगवान का कोई धर्म नही है|
54. निरंतर विकास जीवन का नियम है| जो व्यक्ति खुद को सही दिखने की लिए हमेशा अपनी रुदिवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है, वह खुद को गलत स्थिति में पहुचा देता है|
55. मै किसी को भी गंदे पाँव के साथ, अपने मन से नही गुजरने दुगा| -महात्मा गांधी
56. प्रार्थना मागना नही है| यह आत्मा की लालसा है| यह हर रोज अपनी कमजोरियों की स्वीकारोक्ति है| प्रार्थना में बिना वचनों के मन लगाना, वचन होते हुए मन ना लगाने से बेहतर है|
57. विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हो| लेकिन सभी इस बात पर एकमत है, कि दुनिया में कुछ नही बस सत्य जीवित रहता है|
58. क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन है|
59. हो सकता है, आप कभी न जान सकें कि आप के काम का क्या परिणाम हुआ| लेकिन यदि आप कुछ करेगे नही तो कुछ परिणाम नही होगा|
60. पूर्व धारणा की साथ बोला गया‘नही’ सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए‘हाँ’ से बेहतर है| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 70 अनमोल वचन
61. आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते है, यातनाएं दे सकते है| यहा तक की आप इस शरीर को भी नष्ट कर सकते है, लेकिन आप कभी मेरे विचारों को कद नही कर सकते है|
62. कोई त्रुटि तर्क-वितर्क करने से सत्य नही बन सकती| ना ही कोई सत्य इसलिए त्रुटी नही बन सकता है, क्योंकि उसे कोई देख नही रहा|
63. मै हिंसा का विरोध करता हूँ, क्योंकि जब ऐसा लगता है कि वो अच्छा कर रही है| तब वो अच्छाई अस्थाई होती है, और जो वो बुराई करती है वो स्थाई होती है|
64. मौन सब से सशक्त भाषण है, धीरे-धीरे दुनिया आप को सुनेगी|
65. पूंजी अपने आप में बुरी नही है, उसके गलत उपयोग में ही बुराई है| किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता हमेशा रहेगी| -महात्मा गांधी
66. खुशी तब मिलेगी जब जो आप सोचते है, जो कहते है| जो करते है, सब सामंजस्य में हो|
67. सत्य एक विशाल वृक्ष है, उसकी ज्यों-ज्यों सेवा की जाती है| त्यों-त्यों उसमें अनेक फल आतें हुए नजर आते है, उनका अंत ही नही होता है|
68. सत्य एक है, मार्ग अनेक है|
69. कुछ करने में या तो उसे प्रेम से करें, या उसें कभी करे ही नही|
70. जिस दिन प्रेम की शक्ति, शक्ति के प्रति प्रेम पर हावी हो जायगी, दुनिया में अमन आ जायगा| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 80 अनमोल वचन
71. क्रोध को जितने में मौन सब से अधिक सहायक है|
72. चरित्र की शुद्धि ही सारे ज्ञान का ध्येय होना चाहिए|
73. गरीब देवी अभिशाप नही, बल्कि मानवरचित षड्यंत्र है|
74. पुस्तकों का मूल्य रत्नों से अधिक है, क्योंकी पुस्तकें अन्त:करण को उज्वल करती है|
75. जो लोग अपनी प्रशंसा के भूखे होते है| वे साबित करते है, की उनमें योग्यता नही है| -महात्मा गांधी
76. कायरता से कहि ज्यादा अच्छा है, लड़ते लड़ते मर जाना|
77. किसी भी देश की संस्कृति उस देश के लोगो के ह्रदय और आत्मा में बसती है|
78. आपकी मान्यताए आप के विचार बन जाते है, आप के विचार आप के शब्द बन जाते है| आप के शब्द आप के कार्य बन जाते है, आप के कार्य आप की आदत बन जाते है| आप की आदते आपके मूल्य बन जाते है, आप के मूल्य आप की नीति बन जाती है|
79. प्रेम की शक्ति दण्ड की शक्ति से हजार गुना अधिक प्रभावशाली और स्थाई होती है|
80. जिज्ञासा के बिना ज्ञान नही होता, और दुःख के बिना शुख नही होता| -महात्मा गांधी
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महात्मा गांधी के 90 अनमोल वचन
81. काम की अधिकता नही, काम की अनियमितता आदमी को मार डालती है|
82. यदि आदमी सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसकों कुछ शिक्षा दे सकती है|
83. अपने से हो सके, वो काम दुसरे से न करना|
84. वास्तविक सौन्दर्य ह्रदय की पवित्रता में है|
85. कुछ लोग सफलता के सपने देखते है| जबकि अन्य व्यक्ति जागते है, और कड़ी मेहनत करते है| -महात्मा गांधी
86. शारीरिक उपवास के साथ-साथ मन का उपवास न हो तो वह दम्भपूर्ण और हानिकारक हो सकता है|
87. आप नम्र तरीके से दुनिया को हिला सकते हो|
88. लम्बे-लम्बे भाषणों से कही अधिक मूल्यवान है, इंच भर कदम बढ़ाना|
89. भूल करने में पाप तो है ही, परन्तु उसे छुपाने में उसे भी बड़ा पाप है|
90. गुलाब को उपदेस देने की आवश्यकता नही होती है| वह तो केवल अपनी खुशी बिखेरता है, उसकी खुसबू ही उसका संदेश है| -महात्मा गांधी
91. श्रद्धा का अर्थ है आत्मविश्वास, और आत्मविश्वास का अर्थ है ईस्वर में विश्वास|
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