कृषि रसायनों (Agricultural chemicals) का उपयोग वर्तमान की आवश्यकता है| क्योंकि आज भी हमारे देश में कृषि 70 प्रतिशत लोगों का व्यवसाय है, और कृषि उत्पादकता वर्तमान में मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ है| सभी कृषि वैज्ञानिक उत्पादकता बढ़ाने के सभी संभव प्रयास कर रहें है| क्योंकि हमे इतनी विशाल जनसंख्या के लिए पर्याप्त भोजन चाहिए|
ऐतिहासिक दृष्टि से भुखमरी एक खतरा है| एक सर्वे से पता चला है, की यदि हम कृषि रसायनों का उपयोग खेती में न करें, तो हमारा कृषि उत्पादन 30 से 40 प्रतिशत तक गिर जाएगा| इस लेख में कृषि रसायनों का सुरक्षित उपयोग कैसे करें का विस्तृत उल्लेख किया गया है|
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कृषि रसायनों का सुरक्षित उपयोग
कृषि रसायन खरीदने से पहले-
1. कृषि विभाग के अधिकारी को खरपतवार ग्रसित खेत या कीट रोग प्रभावित पौधों, पत्ती, फल, फूल आदि का निरीक्षण कराकर सिफारिशानुसार ही कृषि कीटनाशक रसायन खरीदें करे|
2. दवा पर एक्सपायरी तिथि अवश्य देखें और विक्रेता से बिल अवश्य लें, ध्यान रहे दवा की शीशी या डिब्बा टूटा-फूटा न हो|
3. कृषि रसायनों को खाद्य पदार्थ के साथ न ले जाएं|
कृषि रसायनों का भण्डारण-
1. कृषि रसायनों को आवश्यकतानुसार ही खरीदना चाहिए, कभी भी आवश्यकता से अधिक भण्डारण नहीं करना चाहिए|
2. कृषि रसायनों का भण्डारण बच्चों व पशुओ की पहुंच से दूर रखें|
3. टूटे-फूटे डिब्बों को भण्डारण हेतु न रखें और कृषि कीटनाशक रसायनों का भण्डारण खाने पीने के सामान के साथ नहीं करें|
4. कृषि रसायनों को इन के मूल डिब्बे में ही रखना चाहिए कभी भी पशुओ की दवा बच्चों व बड़ो की दवा की बोतलों में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि भूल से कोई उसे दवा समझकर पी सकता है, या जानवरो को दवा दे सकता है|
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घोल बनाने से पहले और घोल बनाते समय-
1. इस्तेमाल से पूर्व दवा के डिब्बे या बोतल पर लेबल ध्यान से पढ़े तथा अवधिपार तिथि भी अवश्य देखें. पूरे शरीर पर कपडे पहने जिससे रसायन शरीर पर न गिरे|
2. सुझाई गई मात्रा ही नाप कर ले और उचित मात्रा में ही पानी मिलाना चाहिये तथा घोल में कपड़े धोने का पाउडर भी मिलाएं, ताकि घोल पतियों पर चिपक सकें|
3. घोल बनाते समय बोतल या डिब्बो को बहुत सावधानी से खोलना चाहिए, कभी भी दवाई या घोल शरीर पर नहीं गिरना चाहिए|
4. घोल मिलाने के लिए कभी हाथ का प्रयोग न करें, हमेशा लकड़ी के डंडे या लोहे की छड़ से इसे मिलाएं|
5. घोल बनाते समय या छिडकाव के समय अगर रसायन शरीर पर गिर जावे तो तुरन्त साबुन से साफ कर लेना चाहिए|
6. कृषि रसायनों की बोतलों या डिब्बो को जो खाली हो गई हो, तोडकर जमीन में गाड़ देना चाहिये, उनको किसी अन्य उपयोग में नहीं लाना चाहिए|
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छिडकाव के समय-
1. छिडकाव के समय पूरे कपडे, कोट, कमीज, रबड के दस्ताने पहने व नाक पर मास्क या कपड़ा लगाना चाहिए|
2. शरीर पर खुले घाव नहीं होने चाहिए, यदि घाव हो तो छिडकाव के समय इन पर मोटी पट्टी बाँध लेनी चाहिए|
3. छिडकाव या भुरकाव सुबह या शाम (ठण्डक में) करना चाहिए|
4. छिडकाव या भुरकाव हवा की दिशा में ही करे कभी भी हवा के विपरीत दिशा में छिडकाव या भुरकाव नहीं करना चाहिए, रसायन के घोल को शरीर पर न गिरने दे|
5. कृषि रसायन छिडकते समय बीडी, सिगरेट, तम्बाकु आदि का सेवन नहीं करना चाहिए|
6. नोजल या फव्वारे को मुँह से साफ न करें|
7. खरपतवारनाशी दवा काम में लिये गये स्प्रेयर का प्रयोग अच्छी तरह से साफ करने के बाद कीटनाशक के स्प्रे हेतु उपयोग करें|
8. छिडकाव या भुरकाव के समय बच्चों व अन्य पशु, पक्षी आदि को नहीं आने दे और ना ही मशीन व बर्तनो को खेत में छोड़े|
9. कृषि रसायन छिडकते या भुरकते समय यदि विषेला असर व्यक्ति पर दिखाई दे तो तुरन्त प्राथमिक उपचार करें डाक्टर को दिखाए|
छिडकाव के बाद-
1. छिडकाव के बाद बचे घोल को अन्य व्यक्ति जिसे छिडकाव करना हो को दें, या बेकार जगह में गड्डा खोदकर दबा देना चाहिए|
2. छिडकाव या भुरकाव के प्रयोग में आये यन्त्र व बर्तन साबुन या कपडे धोने के पाउडर से साफ करना चाहिए|
3. शेष रहे कृषि रसायन को मूल पेकिंग में ही भण्डारित करें और बच्चों की पहुंच से दूर रखें|
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